इंडियन प्रीमियर लीग 2025 ने व्युअरशिप के कई रिकॉर्ड तोड़े। इसे टेलीविजन और डिजिटल प्लेटफॉर्म 840 बिलियन मिनट से ज्यादा देखा गया। इतना ही नहीं, पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला गया फाइनल मैच अब तक सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टी-20 मैच बना है। IPL के ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर जियोस्टार ने गुरुवार को पिछले सीजन के आंकड़े जारी किए। इसके अनुसार, इस भारतीय लीग के 18वें सीजन का वॉच टाइम 840 बिलियन मिनट रहा। वहीं, पंजाब-बेंगलुरु फाइनल ने सभी प्लेटफॉर्म पर 31.7 बिलियन मिनट व्यूइंग टाइम हासिल किया। TV पर इसे 169 मिलियन लोगों ने देखा। जबकि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर 892 मिलियन वीडियो व्यू और पीक समय में 55 मिलियन दर्शकों के साथ नए रिकॉर्ड बनाया। अहमदाबाद में 3 जून को खेले गए इस मुकाबले में बेंगलुरु ने पंजाब को 6 रन से हराया था। RCB की टीम ने पहली बार IPL टाइटल अपने नाम किया था। जियोस्टार के स्पोर्ट्स और लाइव एक्सपीरियंस के CEO संजोग गुप्ता ने कहा- ‘व्युअरशिप के नंबर्स फैंस के प्रति हमारा कमेंटमेंट दिखाते हैं।’ लाइव में डिजिटल व्युअरशिप 29% बढ़ी, TV में 49%
पिछले साल की तुलना में JioHotstar ने डिजिटल व्यूइंग में 29 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की। इसने 23.1 बिलियन से ज्यादा व्यूज और 384.6 बिलियन मिनट वॉच-टाइम हासिल किया। वहीं, लीग की कनेक्ट टीवी (CTV) ग्रोथ 49% रही। स्टार स्पोर्ट्स ने 456 बिलियन मिनट वॉच-टाइम हासिल किया। भारत-पाकिस्तान तनाव से स्थगित, व्युअरशिप नहीं घटी
भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण IPL को एक हफ्ते के लिए स्थगित करना पड़ा था, लेकिन इसकी व्युअरशिप में कमी नहीं आई। भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद भी फैंस IPL मैच देखते रहे। फर्स्ट वीकएंड में इसे 49.5 बिलियन मिनट तक दर्शकों ने इसे देखा, जो IPL के शुरुआती वीकएंड के लिए एक नया रिकॉर्ड है। —————————————————————— IPL से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए… बॉम्बे हाईकोर्ट बोला- BCCI कोच्चि टस्कर्स को देगी ₹538 करोड़: पिछली अदालत का फैसला बरकरार रखा BCCI को IPL फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल के मालिकों को 538 करोड़ रुपए का हर्जाना देना होगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को ऑर्बिट्रल ट्रिब्यूनल के फैसले के खिलाफ BCCI की याचिका खारिज कर दी। 2015 में ट्रिब्यूनल के जस्टिस आरसी लाहोटी ने फ्रेंचाइजी के हक में फैसला सुनाया था। उसने ऑर्डर दिया कि BCCI कम्पनसेशन के रूप में टीम को 538 करोड़ रुपए देगा। इसी फैसले को BCCI ने बॉम्बे हाईकोर्ट में चैलेंज किया था। पढ़ें पूरी खबर
