इंडियन प्रीमियर लीग 2025 की चैंपियन बनी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) टीम बिक सकती है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक मैकडॉवल्स व्हिस्की बनाने वाली कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड (USL) इसे 2 अरब डॉलर यानी, करीब 17 हजार करोड़ रुपए में बेचने पर विचार कर रही है। पहले USL विजय माल्या की कंपनी थी। माल्या के दिवालिया होने पर इसे ब्रिटिश लिकर कंपनी डियाजियो ने खरीद लिया। डियाजियो ही RCB की मालिक हो गई। क्यों बिक रही है RCB? IPL के इतिहास में एक बड़ा सौदा होगा अगर डियाजियो RCB को बेचने का फैसला करती है, तो ये IPL के इतिहास में एक बड़ा सौदा होगा। 2 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन के साथ RCB को खरीदने के लिए कई बड़े कारोबारी और निवेशक लाइन में लग सकते हैं। दूसरी तरफ, सरकार के सख्त रुख से शराब और तंबाकू कंपनियों के लिए IPL में ब्रांडिंग करना और मुश्किल हो जाएगा। ब्रिटिश कंपनी ने विजय माल्या से खरीदी थी RCB पहले इस टीम के मालिक शराब कारोबारी विजय माल्या थे, लेकिन 2016 में जब माल्या मुश्किल में फंसे, तो डियाजियो ने उनकी शराब कंपनी के साथ-साथ RCB को भी खरीद लिया। RCB को 2008 में विजय माल्या ने 111.6 मिलियन डॉलर में खरीदा था। उस समय के हिसाब से रुपए में ये रकम करीब 476 करोड़ रुपए थी। ये उस समय दूसरी सबसे महंगी IPL टीम थी। माल्या की कंपनी USL के जरिए RCB का मालिकाना हक था। 2014 में डियाजियो ने USL में बड़ी हिस्सेदारी खरीदी और 2016 तक माल्या के बाहर होने के बाद RCB की पूरी मालकियत डियाजियो के पास आ गई। अभी RCB का संचालन USL की सब्सिडियरी रॉयल चैलेंजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (RCSPL) करती है।
