गूगल के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सुंदर पिचाई ने घोषणा की है कि कंपनी डायरेक्टर्स और वाइस प्रेसिडेंट्स समेत मैनेजरियल रोल्स में 10% जॉब्स में कटौती करेगी। OpenAI जैसे कॉम्पिटिटर्स से AI में बढ़ते कॉम्पिटिशन के बीच कंपनी अपने एम्प्लॉइज की संख्या में कटौती कर रही है। बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, पिचाई ने कहा है कि गूगल ने पिछले कुछ सालों में कंपनी को एफिशिएंट बनाने और इसके स्ट्रक्चर को सरल बनाने के लिए बदलाव किए हैं। गूगल अब मैनेजर, डायरेक्टर और वाइस प्रेसिडेंट जैसे पदों पर नौकरियों में कटौती करेगी। गूगल के स्पोक्सपर्सन के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि 10% में से कुछ जॉब्स को इंडिविजुअल कंट्रीब्यूटर के रोल्स में बदल दिया गया, जबकि कुछ रोल्स को खत्म कर दिया गया। जनवरी 2022 में गूगल ने 12,000 नौकरियों में कटौती की थी पिछले दो सालों में गूगल ने एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इससे पहले सितंबर 2022 में पिचाई ने कहा था कि वे चाहते हैं कि गूगल 20% ज्यादा एफिशिएंट बने। इसके बाद जनवरी 2022 में गूगल ने 12,000 नौकरियों में कटौती की थी। गूगल ने अब फिर से छंटनी का कदम अपने OpenAI जैसे AI कॉम्पिटिटर्स की वजह से उठाया है, जो नए प्रोडक्ट्स ला रहे हैं। यह प्रोडक्ट्स गूगल के सर्च बिजनेस को प्रभावित कर सकते हैं। गूगल ने अपने कोर बिजनेस में जनरेटिव AI फीचर्स शामिल किए OpenAI से कॉम्पिटिशन के जवाब में गूगल ने अपने कोर बिजनेस में जनरेटिव AI फीचर्स शामिल किए हैं। कंपनी ने कई नए AI फीचर्स भी लॉन्च किए हैं। जिसमें OpenAI से मुकाबला करने के लिए एक नया AI वीडियो जनरेटर और जेमिनी मॉडल का एक नया सेट भी शामिल है। मई 2024 में गूगल ने कोर टीम से 200 नौकरियों में कटौती की थी इसके अलावा बुधवार की मीटिंग में पिचाई ने ‘गूगलीनेस’ शब्द का मतलब बताते हुए कहा था कि मॉडर्न गूगल को अपडेट करने के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई 2024 में रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के लिए लागत में कटौती के एक हिस्से के रूप में गूगल ने अपनी कोर टीम से 200 नौकरियों में कटौती की थी। इसके अलावा कुछ जॉब्स को विदेशों में ट्रांसफर कर दिया गया था। कैलिफोर्निया में इंजीनियरिंग टीम से लगभग 50 लोगों की छंटनी की थी कैलिफोर्निया में इंजीनियरिंग टीम से लगभग 50 लोगों की छंटनी की थी। कोर टीम यूजर सेफ्टी ऑनलाइन और इसके ग्लोबल IT इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ कंपनी के फ्लैगशिप प्रोडक्ट्स को टेक्निकल फाउंडेशन देती है।