छत्तीसगढ़ के भिलाई में एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात बदमाश अमित जोश के जीजा और उसके साथी ने BSP कर्मचारी को तलवार से मारा है। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए थे, जिसके बाद पुलिस ने पकड़कर जुलूस निकाला। मामला भिलाई नगर थाना क्षेत्र के सेक्टर-5 का है। मिली जानकारी के मुताबिक आरोपियों का नाम आर यशवंत नायडू (32) और बी. लक्की जॉर्ज (31) है। हिस्ट्रीशीटर अमित जोश के जीजा लक्की जॉर्ज है। इन दोनों ने चंद्रकांत वर्मा (35) पर तलवार से अटैक किया है। कर्मचारी खतरे से बाहर है। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, शुक्रवार रात करीब 10:15 बजे बीएसपी के कर्मचारी चंद्रकांत वर्मा (35) सेक्टर-5 मार्केट में सामान लेने पहुंचे थे। दुकानें बंद हो चुकी थीं, इसलिए वे पास की पान दुकान पर खड़े थे, तभी नशे में धुत दो बदमाश वहां आए। दुकान बंद होने पर गाली-गलौज करने लगे। इस दौरान दोनों आरोपी चंद्रकांत से भी गाली गलौज की। चंद्रकांत ने विरोध किया, तो दोनों बदमाश भड़क गए। दोनों आरोपी एक राय होकर तू ज्यादा बात कर रहा है, तू हम लोगों को नहीं जानता है। हम लोग भिलाई के गुंडे हैं, आज तुझे जान से खत्म कर देंगे कहते तलवार से हमला किया। इस दौरान BSP कर्मी ने हमले अपने आप को बचाने की कोशिश की, जिससे बाएं हाथ की उंगली में चोट आई, फिर लक्की जॉर्ज सामने से आकर धारदार हथियार से सिर में मारा। इससे उसके सिर से खून निकलने लगा। पीड़ित ने बताया कि वह आरोपियों से बचकर किसी तरह गंभीर हालत में सेक्टर-9 हॉस्पिटल पहुंचा। घायल अवस्था में ही उसने अपने दोस्त सौरभ शुक्ला और भिलाई नगर थाना प्रभारी को फोन किया। इसके बाद वह अस्पताल पहुंचे। एनकाउंटर में मारे गए अमित जोश का जीजा है हमलावर इस दौरान पुलिस जांच में पता चला कि हमलावर कोई और नहीं, बल्कि इलाके के हिस्ट्रीशीटर लकी जॉर्ज और यशवंत नायडू हैं। लकी जॉर्ज भिलाई के निगरानीशुदा बदमाश अमित जोश का जीजा है। अमित जोश मौत पिछले साल पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। कौन है अमित जोश कुख्यात बदमाश अमित जोश पिछले साल जुलाई में भिलाई के ग्लोब चौक में हुए गोली कांड का मुख्य आरोपी था। रात करीब 1:30 बजे तीन लोगों को गोली मारी थी। हमले में दो लोग घायल थे। वारदात के बाद चार आरोपी फरार थे। इन पर 35 हजार का इनाम भी था। अमित जोश निगरानीशुदा बदमाश था। उसके खिलाफ दुर्ग-भिलाई के अलग-अलग थानों में मारपीट और गंभीर अपराधों में करीब 35 मामले दर्ज हैं। अमित जोश जेल से छूटे अपने जीजा लकी जॉर्ज से मिलने भिलाई पहुंचा था। जानिए एनकाउंटर की कहानी ? दुर्ग पुलिस को गोलीकांड के बाद लगातार फरार चल रहे अमित जोश के भिलाई में होने की सूचना मिली थी। फरार आरोपी को गिरफ्तार करने ACCU ने कई जगह पर तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान टीम को कुख्यात आरोपी के भिलाई के जयंती स्टेडियम के पास होने की सूचना मिली थी। एसीसीयू मौके पर पहुंची तो पुलिस से उसका आमना-सामना हो गया। जोश ने पुलिस की एक टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली आरोपी के पैर में लगी। इस दौरान आरोपी अमित जोश ने भागते हुए पुलिस पर 6-7 राउंड गोलियां चलाई थी। इसके बाद पुलिस ने जवाब में 16 राउंड फायरिंग की, इसमें से आरोपी को तीन गोलियां लगी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई थी। ……………………………………. इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें हिस्ट्रीशीटर जोश पर 15-16 फायर..बदन में धंसी 8 गोलियां:रायपुर में इसी तरह मारा गया था बमबाज मुन्ना; एनकाउंटर की इनसाइड स्टोरी 8 नवंबर को भिलाई में पुलिस ने कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अमित जोश को एनकाउंटर किया। 9 तारीख को शव का पोस्टमॉर्टम हुआ, पता चला कि अमित जोश के शरीर में 8 गोलियां लगी हैं। इनमें से कुछ गोलियां DSP क्राइम की हैं। पढ़ें पूरी खबर…
