भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा की टेस्ट क्रिकेट में कोई तुलना नहीं। रेड बॉल फॉर्मेट में कोहली का करियर रोहित से बहुत ज्यादा आगे हैं। रोहित अगर इंग्लैंड में ज्यादा टेस्ट खेलते तो उनका बैटिंग औसत 30 का भी नहीं रहता। मांजरेकर ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर वीडियो पोस्ट की और कहा, रोहित और विराट को वनडे में जरूर कम्पेयर किया जा सकता है, लेकिन टेस्ट में दोनों के बीच बहुत बड़ा अंतर रहा। रोहित को विराट से जोड़ना गलत
संजय मांजरेकर ने इंस्टाग्राम वीडियो में कहा, “भारत के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने कहा, ‘उन्हें रोहित शर्मा और विराट कोहली की कमी महसूस होगी, लेकिन उन पर इस बात का दबाव नहीं है।’ इस बयान के एक फैक्ट ने मुझे बहुत परेशान किया, जो बहुत दिनों से मेरे दिमाग में था। वह ये कि विराट और रोहित को बेमतलब एक साथ क्लब किया जा रहा है। दोनों के लिए अब रो-को टर्म का इस्तेमाल भी किया जाने लगा। जो गलत है” वनडे में तुलना ठीक, लेकिन टेस्ट में गलत
मांजरेकर ने अपने वीडियो में आगे कहा, “वनडे क्रिकेट में ‘रो-को’ टर्म का इस्तेमाल मुझे समझ आता है, हालांकि यहां भी कुछ अंतर है, लेकिन उस पर बाद में कभी बात की जाएगी। फिलहाल मैं दोनों की टेस्ट क्रिकेट में तुलना से नाराज हूं। रेड बॉल क्रिकेट में दोनों की कोई तुलना होनी ही नहीं चाहिए। मैं दोनों को कभी भी एक ही तराजू में नहीं रखूंगा। अगर मैं नंबर्स की ही बात करूं तो विराट कोहली ने SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) देशों में 12 शतक लगाए हैं। जबकि रोहित 1 ही शतक लगा सके। नंबर्स उनके लिए बता रहा हूं, जिन्हें मेरी बातों से फर्क नहीं पड़ता।” रोहित ज्यादा टेस्ट खेलते तो औसत 30 से कम होता
मांजरेकर ने आगे कहा, “रोहित ने SENA देशों में करीब 100 पारियां खेलीं, लेकिन एक ही सेंचुरी लगा सके। यह शतक भी 2021 में आया। उनका बैटिंग औसत जरूर 40 के करीब है, लेकिन वे थोड़े और टेस्ट खेलते तो औसत गिरकर 30 पर पहुंच जाता। अगर वे इंग्लैंड के खिलाफ ही अगली सीरीज खेलते तो औसत बहुत गिर जाता। जब बात टेस्ट क्रिकेट की आती है, प्लीज रोहित और विराट की तुलना न करें। विराट रेड बॉल क्रिकेट में बहुत ऊपर हैं, अगर रोहित से उनकी तुलना की जाए। व्हाइट बॉल क्रिकेट में जरूर ‘रो-को’ टर्म का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन रेड बॉल क्रिकेट में, प्लीज इसका इस्तेमाल बंद कर दीजिए।” रोहित-विराट दोनों ने मई में संन्यास लिया
विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ने ही मई में टेस्ट से संन्यास ले लिया। रोहित ने 7 मई, वहीं कोहली ने 12 मई को रिटायरमेंट का ऐलान किया। दोनों ने इससे पहले 29 जून 2024 को टी-20 वर्ल्ड कप जिताने के बाद सबसे छोटे फॉर्मेट को भी अलविदा कह दिया था। मांजरेकर ने जिस ‘रो-को’ टर्म के बारे में बताया, इसमें ‘रो’ यानि रोहित और ‘को’ यानी कोहली है। बैटर्स के रूप में दोनों का करियर देखें तो विराट ने 123 टेस्ट में करीब 47 की औसत से 9230 रन बनाए। इनमें उनके नाम 30 सेंचुरी और 31 फिफ्टी रहीं। उन्होंने 6 दोहरे शतक भी लगाए। दूसरी ओर, रोहित ने 67 टेस्ट में करीब 40 की औसत से 4301 रन बनाए। उनके नाम 12 सेंचुरी और 18 फिफ्टी रहीं। इनमें एक दोहरा शतक भी शामिल रहा। रोहित ने 38 साल की उम्र में टेस्ट से संन्यास लिया, जबकि विराट ने 36 साल में ही रेड बॉल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। ————————— स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें… अनऑफिशियल टेस्ट- केएल राहुल का शतक इंडिया ए और इंग्लैंड लायंस के बीच नॉर्थम्पटन में खेले जा रहे दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट का पहला दिन केएल राहुल के नाम रहा। राहुल ने इंग्लैंड दौरे की अपनी शुरुआत शतक लगाकर की। राहुल ने पहली पारी में 168 बॉल पर 116 रन की पारी खेली। ध्रुव जुरेल ने 52 रन बनाए। पढ़ें पूरी खबर…
