रूस ने रविवार रात को यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। रूस ने 477 ड्रोन और 60 मिसाइलें दागीं। रूस ने M/KN-23 बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइलों से हमला किया। हालांकि यूक्रेनी वायु सेना ने इनमें से 475 हमलों को रोक दिया। यूक्रेन की डिफेंस मिनिस्ट्री ने सोशल मीडिया पोस्ट कर यह जानकारी दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले के दौरान एक मिसाइल ने यूक्रेन के F-16 फाइटर जेट को मार गिराया। यूक्रेन ने बताया कि हमले में फाइटर जेट के पायलट मक्सिम उस्तीमेन्को की मौत हो गई। रूस के यूक्रेन पर हमले की तस्वीरें देखें… हमलों में F-16 लड़ाकू विमान तबाह हुआ रूसी हमलों में रिहायशी इलाकों को नुकसान पहुंचा और 12 लोग घायल हो गए। यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि पायलट ने रूसी हमले के दौरान 7 मिसाइलों को मार गिराया, लेकिन आखिरी टारगेट हिट करते वक्त उनके विमान में दिक्कत आ गई। पायलट एफ-16 को आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले गया, लेकिन वह समय पर विमान से बाहर नहीं निकल सका। जेलेंस्की ने अमेरिका से तत्काल मदद मांगी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस के हवाई हमले के बाद अमेरिका और पश्चिमी सहयोगियों से तत्काल मदद की अपील की है। जेलेंस्की ने ‘X’ पर लिखा, “रूस ने घरों को निशाना बनाया। स्मिला में एक रिहायशी इमारत पर भी हमला हुआ, जिसमें एक बच्चा घायल हुआ।” जेलेंस्की ने अमेरिका से पैट्रियट मिसाइल सिस्टम खरीदने की मांग की है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अभी तक यूक्रेन के लिए नई सैन्य मदद को मंजूरी नहीं दी है, लेकिन हाल ही में नाटो शिखर सम्मेलन में जेलेंस्की से मुलाकात के बाद उन्होंने इस अनुरोध पर विचार करने की बात कही थी। यूक्रेन ने रूस के क्रीमिया एयरबेस पर ड्रोन हमला किया था इससे पहले यूक्रेन ने 28 जून की सुबह रूस के कब्जे वाले क्रीमिया के किरोव्स्के एयरबेस पर हमला करने का दावा किया था। कीव इंडिपेंडेंट के मुताबिक इस हमले में रूस के Mi-8, Mi-26 and Mi-28 अटैक हेलिकॉप्टर और एक पैंटसिर-S1 एयर सेफ्टी सिस्टम तबाह हो गया। यूक्रेनी सुरक्षा सर्विस (SBU) ने कहा कि यूक्रेन ने रूसी विमानों, हवाई रक्षा प्रणालियों, हथियारों और ड्रोन भंडार को निशाना बनाया। हालांकि रूस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पुतिन बोले थे- बातचीत के नए दौर के लिए तैयार हैं ये हमले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के 27 जून को दिए गए बयान के बाद हुए थे जिसमें उन्होंने कहा था कि मास्को इस्तांबुल में शांति वार्ता के नए दौर के लिए तैयार है। हालांकि युद्ध के थमने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं क्योंकि बातचीत में अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों के बीच हाल ही में हुई दो दौर की वार्ता असफल रही है और किसी समझौते पर पहुंचने में कोई प्रगति नहीं हुई। जानिए क्यों शुरू हुई रूस-यूक्रेन की जंग फरवरी 2022- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले का ऐलान करते ही यूक्रेन में रूसी टैंक धड़धड़ाते हुए घुसने लगे। तब के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- पुतिन से बातचीत का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। रूस को यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत चुकानी होगी। फरवरी 2025- अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुतिन से फोन पर 90 मिनट तक बात की। इसके बाद सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिकी के बीच हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें यूक्रेन को नहीं रखा गया। ट्रम्प ने पुतिन की तारीफ की और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को ‘तानाशाह’ कह दिया। मई 2025- रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति बातचीत 2025 में तेज हुई, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहल के बाद। हाल के दिनों में कैदी अदला-बदली हुई है, लेकिन क्षेत्रीय नियंत्रण और सुरक्षा गारंटी पर मतभेद बने हुए हैं। ——————– ये खबर भी पढ़ें… यूक्रेन के पोक्रोव्स्क शहर पर कब्जे की तैयारी में रूस:1 लाख सैनिक तैनात किए; रूस को 1 साल से यहां कामयाबी नहीं मिली यूक्रेन के सेना प्रमुख ओलेक्सांद्र सिरस्की ने बताया कि रूस ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क प्रांत में मौजूद पोक्रोव्स्क शहर पर कब्जे के लिए 1 लाख से ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। सिरस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच पोक्रोव्स्क शहर सबसे तनावपूर्ण फ्रंट बन गया है। पूरी खबर पढ़ें…
