रूस के पूर्व परिवहन मंत्री रोमन स्टारोवोइट ने सोमवार को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। रूस की ताश न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें कुछ घंटे पहले ही बिना कारण बताए पद से बर्खास्त कर दिया था। उन पर भ्रष्टाचार का आरोप था। अधिकारियों ने बताया कि स्टारोवोइट को मॉस्को के पास ओडिंटसोवो में मृत पाया गया। फिलहाल घटना की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। रूस की जांच समिति ने बताया कि स्टारोवोइट का शव उनकी कार में मिला। स्टारोवोइट की जगह एक पूर्व गवर्नर आंद्रेई निकितिन को अस्थायी परिवहन मंत्री नियुक्त किया गया है। स्टारोवोइट परिवहन मंत्री बनने से पहले पांच साल तक यूक्रेन की सीमा से सटे कुर्स्क क्षेत्र के गवर्नर थे। स्टारोवोइट पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे रूसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार स्टारोवोइट की बर्खास्तगी का कारण 5-6 जुलाई को हुए यूक्रेनी ड्रोन हमलों को माना जा रहा है। यूक्रेनी ड्रोन हमलों की वजह से देशभर में लगभग 300 उड़ानें रद्द कर दी गई थीं। यूक्रेनी हमलों में रूस के उस्त-लुगा बंदरगाह पर एक टैंकर में भी विस्फोट हुआ था। विस्फोट के कारण 6 जुलाई को अमोनिया का रिसाव हुआ, जिससे दिक्कतें और ज्यादा बढ़ गईं। वहीं, स्टारोवोइट की बर्खास्तगी को कुर्स्क में भ्रष्टाचार के मामलों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। कुर्स्क में स्टारोवोइट के गवर्नर पद छोड़ने के कुछ महीनों बाद यूक्रेनी सैनिकों ने वहां हमला किया था, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद रूस में सबसे बड़ा विदेशी हमला था। इसी समय स्टारोवोइट पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। स्टारोवोइट के बाद कुर्स्क के नए गवर्नर एलेक्सी स्मिरनोव पर अप्रैल में पैसों की हेराफेरी का आरोप लगा। रूस का यूक्रेन पर 550 मिसाइल और ड्रोन से हमला रूस ने यूक्रेन पर 4 जुलाई की सुबह 500 मिसाइलों और ड्रोन्स से हमला किया। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया कि इनमें से 270 मिसाइलों को हवा में मार गिराया गया। इनके अलावा 330 शाहेद ड्रोन भी थे। इनमें से 208 ड्रोन को इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के जरिए जाम कर दिया गया। ये ड्रोन ईरान में बने हैं। इस हमले का सबसे बड़ा निशाना राजधानी कीव ही थी। कीव के अलावा द्निप्रो, सुमी, खार्किव, चेर्निहिव और आसपास के इलाकों को भी नुकसान पहुंचा। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि इस हमले में 23 लोग घायल हुए। इनमें से 14 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस हमले से कीव के कई इलाकों में अपार्टमेंट बिल्डिंग, दुकानों, एक स्कूल, एक अस्पताल, रेलवे लाइन और दूसरे जरूरी ढांचों को नुकसान पहुंचा है। कीव इंडिपेंडेंट के मुताबिक धमाकों की आवाजें 3 जुलाई को रात 10 बजे से ही सुनाई देने लगी थीं और ये 4 जुलाई की सुबह तक जारी रहीं। जवाबी कार्रवाई करते हुए यूक्रेन ने भी 5-6 जुलाई को रूस के कई ठिकानों पर ड्रोन हमला किया था, जिसमें रूस के बंदरगाह को निशाना बनाया गया था। यूक्रेन का दावा- रूस के 41 विमानों को तबाह किया यूक्रेन ने जून में रूस के 41 लड़ाकू विमानों को तबाह किया था। यूक्रेनी वेबसाइट कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन ने रूस के मरमंस्क में ओलेन्या एयर बेस, इरकुत्स्क में बेलाया एयर बेस, इवानोवो में इवानोवो एयर बेस और अमूर व डायगिलेवो एयर बेस को निशाना बनाया। रूस का बेलाया एयरबेस यूक्रेनी सीमा से 4 हजार किमी से भी ज्यादा दूर है। यह रूस के साइबेरिया इलाके में स्थित है। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी (SBU) ने इस हमले को अंजाम दिया, जिसमें FPV (फर्स्ट-पर्सन-व्यू) ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया। इसमें A-50, TU-95 और TU-22 जैसे स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स को निशाना बनाया गया। SBU के एक अधिकारी ने कहा कि यह हमला उन्होंने खुद के बचाव में किया है, क्योंकि ये रूसी विमान अक्सर यूक्रेनी शहरों पर बम गिराते हैं। रूस ने इस हमले की पुष्टि की है। शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, नुकसान की लागत 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (17 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा) हो सकती है। —————————————– ये खबर भी पढ़ें… चीन से अपना बंदरगाह मांग सकता ऑस्ट्रेलिया:2015 में 99 साल की लीज पर दी, PM अल्बनीज ने वापस लेने का वादा किया ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज अगले हफ्ते चीन जा रहे हैं। जल्द ही इसकी तारीख बताई जाएगी। इस बीच हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक अल्बनीज चीन से डार्विन पोर्ट को वापस लेने की मांग कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें…
