रायपुर में 6 साल की बच्ची की करंट लगने से मौत हो गई। जिसका लाइव सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया। जिसमें दिख रहा है कि बच्ची एक मेडिकल स्टोर के सामने गई। उसने मेडिकल स्टोर के बाहर लगे एडवर्टाइजमेंट बोर्ड को टच किया। बोर्ड पर हाथ लगते ही वह करंट की चपेट में आ गई। इस खबर को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से दिखाया था। जिसके बाद मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इसमें देवी मेडिकल के संचालक अविचल बडगे को आरोपी बनाया गया है। उनके खिलाफ लापरवाही पूर्वक काम का आरोप लगा है। जानिए क्या पूरा मामला ? बच्ची के पिता अंकु गुप्ता ने बताया कि, घटना 27 मई की है। 6 साल की लाव्या गुप्ता अपने नाना नानी के घर गुढ़ियारी के छोटा अशोक नगर आई थी। रात करीब साढ़े 10 बजे वह खेलते हुए पड़ोस के देवी मेडिकल स्टोर में गई। इस दौरान उसके साथ 12 साल का मामा भी था। बच्ची उसी के पीछे-पीछे गई थी। तभी मेडिकल स्टोर के सामने गुजरते हुए बच्ची ने बाहर लगे इलेक्ट्रिक एडवर्टाइजमेंट बोर्ड को टच कर दिया। करंट की चपेट से जमीन पर गिरी CCTV वीडियो में दिख रहा है कि, बोर्ड को टच करते ही बच्ची करंट की चपेट में आ गई। कुछ सेकेंड बाद वह जमीन पर गिर गई। इस घटना को पास से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने देखा तो आसपास के लोगों को खबर दी। जिसके बाद देवी मेडिकल स्टोर के संचालक ने बोर्ड के बिजली के स्विच को ऑफ किया। फिर बच्ची को प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। जहां से मेकाहारा रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में करंट लगने से मौत की पुष्टि इस मामले में अंकु गुप्ता का कहना है कि, बच्ची के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में करंट लगने से मौत की पुष्टि हुई है। मेडिकल स्टोर के संचालक ने बोर्ड में लाइट की व्यवस्था करने के लिए खुले में वायरिंग करवाई थी। इसी वायर के माध्यम से करंट पूरे बोर्ड में फैल गया। जिससे लोहे वाले हिस्से को टच करते ही बच्ची की मौत हो गई। परिजन का कहना है कि, बोर्ड में लापरवाही पूर्वक बिजली के तार को लगाया गया था। जिस वजह से उनकी बेटी शिकार हो गई। पुलिस से परिवार ने की थी FIR की मांग इस मामले में लाव्या की मां का कहना है कि, परिवार ने गुढ़ियारी थाने में शिकायत की थी। जिसमें आरोपी के खिलाफ एफआईआर की मांग की थी। हालांकि अब पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बारिश के चलते फैला करंट- मेडिकल संचालक वहीं दूसरी ओर देवी मेडिकल स्टोर के संचालक अविचल का कहना था कि, घटना के दिन तेज बारिश हुई थी। जिससे बोर्ड में करंट फैल गया और यह घटना हो गई। उन्होंने लापरवाही की बात को गलत बताया था। 1 महीने बाद था बच्ची का बर्थडे लाव्या के परिजनों ने बताया कि, उसका घटना के एक महीने बाद जन्मदिन था। वह नाना नानी के घर आई थी। घटना के एक दिन पहले ही उसकी पिता से बातचीत हुई थी। उसने अपने पिता को जल्दी आकर मिलने की बात की थी। लाव्या का एक छोटा भाई भी है। इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
