पैराशूट ऑयल बनाने वाली FMCG कंपनी मारिको लिमिटेड की चौथी तिमाही में कुल कमाई यानी टोटल इनकम 2,777 करोड़ रुपए रही। ये पिछले साल की तुलना में 21.10% ज्यादा है। कंपनी की इस कमाई में ऑपरेशन से रेवेन्यू 2,730 करोड़ रुपए रहा। वहीं जनवरी से मार्च तिमाही में कंपनी का टोटल खर्च 2,336 करोड़ रुपए और टोटल टैक्स 96 करोड़ रुपए रहा। टोटल इनकम में से खर्च, टैक्स और अन्य खर्चे घटा दें, तो कंपनी को चौथी तिमाही में 343 करोड़ रुपए का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ। ये पिछले साल की तुलना में 8% बढ़ा है। मारिको ने शुक्रवार (02 मई) को जनवरी-मार्च तिमाही (Q4FY25, चौथी तिमाही) के नतीजे जारी किए हैं। नतीजों में आम आदमी के लिए क्या रहा? अगर आपके पास मारिको के शेयर हैं, तो कंपनी के बोर्ड ने शेयरधारकों को प्रति शेयर 7 रुपए के डिविडेंड (लाभांश) को भी मंजूरी दी है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड कहते हैं। क्या नतीजे उम्मीद से अच्छे हैं? वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा मार्केट विश्लेषकों की उम्मीद से बेहतर रहा है, यानी कंपनी ने इस बार बेहतर काम किया है। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में मारिको का मुनाफा 8% बढ़ा सालाना आधार पर तिमाही आधार पर नोट: आंकड़े करोड़ रुपए में हैं। FY 2024 के मुकाबले 2025 में मारिको का मुनाफा 10% बढ़ा नोट: आंकड़े करोड़ रुपए में है। इस साल में अब तक शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा? मारिको का शेयर आज 1.68% की गिरावट के साथ 698.50 रुपए पर बंद हुआ। मारिको का शेयर पिछले 5 दिन में 2% गिरा है। 1 महीने में शेयर 6% और 6 महीने में 10% चढ़ा है। एक साल में कंपनी का शेयर करीब 35% चढ़ा है। कंपनी की मार्केट वैल्यू 90.18 हजार करोड़ रुपए है। कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
