मस्क ने ट्रम्प के खिलाफ यौन-शोषण वाली पोस्ट डिलीट की:पहले कहा था- बड़ा खुलासा करने का टाइम है, पोस्ट बुकमार्क कर लें

टेस्ला के CEO इलॉन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण में शामिल होने वाली पोस्ट सोशल मीडिया से हटा दी है। मस्क ने गुरुवार को सनसनीखेज दावा करते हुए कहा था कि इस मामले में बड़ा खुलासा करेंगे। उन्होंने दावा किया था कि ट्रम्प का नाम एप्स्टीन फाइलों में है। एप्स्टीन केस एक हाई-प्रोफाइल क्रिमिनल मामला है, जिसमें अमेरिकी अरबपति जेफरी एप्स्टीन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी के आरोप लगे थे। इस केस में दुनियाभर के कई हाईप्रोफाइल लोगों के नाम सामने आए थे। मस्क ने लिखा था- बड़ा खुलासा करने का टाइम मस्क ने X पर लिखा था- अब बड़ा खुलासा करने का टाइम है। डोनाल्ड ट्रम्प का नाम एप्स्टीन फाइलों में हैं। यही वजह है कि इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया। डोनाल्ड ट्रम्प, आपका दिन शुभ हो। एक अन्य पोस्ट में कहा था- इस पोस्ट को भविष्य के लिए मार्क कर लें। सच्चाई सामने आएगी। एप्स्टीन पर नाबालिग लड़कियों के शोषण का आरोप इस मामले की परतें उस वक्त और खुलीं जब वर्जीनिया गिफ्रे नाम की महिला ने सामने आकर कई खुलासे किए। एप्स्टीन को वेश्यावृत्ति और नाबालिग को लालच देने के लिए दोषी ठहराया गया। हालांकि, कुछ सौदेबाजी के बाद उसे सिर्फ 13 महीने की हिरासत मिली, जिसमें वर्क रिलीज की इजाजत थी।.. वर्जीनिया ने अमेरिका के कई बड़े अरबपतियों को लड़कियां मुहैया कराने वाले जेफ्री एप्स्टीन के खिलाफ आवाज उठाई थी। वर्जीनिया की वजह से ही जेफ्री एप्स्टीन के खिलाफ मुकदमा शुरू हो सका था। वर्जीनिया ने ही जेफ्री के खिलाफ अदालत में गवाही दी और जेफ्री को वेश्यावृत्ति का नेटवर्क चलाने और बड़ी संख्या में महिलाओं के यौन शोषण और मानव तस्करी का दोषी ठहराया गया। मस्क एक वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें ट्रम्प जेफ्री एप्स्टीन के साथ पार्टी करते नजर आ रहे हैं… एप्स्टीन ने जेल में खुदकुशी की थी एप्स्टीन को 2019 में फ्लोरिडा और न्यूयॉर्क में नाबालिगों की यौन तस्करी के आरोपों में फिर से गिरफ्तार किया गया। 10 अगस्त 2019 को एप्स्टीन ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिस वक्त उसकी मौत हुई, ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति थे। वहीं, इस साल 25 अप्रैल को वर्जीनिया गिफ्रे की भी मौत हो गई। रिपोर्ट्स में बताया गया कि उन्होंने आत्महत्या की है। उन्होंने बताया था कि एप्स्टीन ने उन्हें 1999 से 2002 के बीच कई बड़ी हस्तियों के पास भेजा था। उन्होंने यह भी कहा था कि वे एप्स्टीन के जरिए ट्रम्प से कई बार मिली थीं। एप्स्टीन की लिस्ट में बिल क्लिंटन, माइकल जैक्सन का नाम जनवरी 2024 में एक अमेरिकी कोर्ट ने जेफ्री एप्स्टीन से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक किए थे। इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, माइकल जैक्सन और ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू जैसे हाई-प्रोफाइल लोगों के नाम थे। इसमें बिल क्लिंटन और प्रिंस एंड्रयू के साथ एप्स्टीन की पुरानी दोस्ती का भी जिक्र किया गया था। एप्स्टीन के मुताबिक क्लिंटन को कम उम्र की लड़कियां पसंद थीं। हालांकि, क्लिंटन के खिलाफ कोई गलत आरोप साबित नहीं हो पाया। ब्यूटीफुल बिल को लेकर भिड़ गए थे मस्क और ट्रम्प ट्रम्प और मस्क के बीच गुरुवार को बिग ब्यूटीफुल बिल (टैक्स और खर्च बिल) को लेकर जमकर बहसबाजी हुई थी। पहले ट्रम्प ने मीडिया से बात करते हुए मस्क को लेकर नाराजगी जताई थी। ट्रम्प ने कहा था कि जब हमने अनिवार्य तौर पर इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के कानून में कटौती करने की बात कही तो मस्क को दिक्कत होने लगी। मैं इलॉन से बहुत निराश हूं। मैंने उनकी बहुत मदद की है। इसके बाद मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्रम्प को एहसान फरामोश बताते हुए लगातार कई ट्वीट किए। मस्क ने कहा कि मैं नहीं होता तो ट्रम्प चुनाव हार जाते। उन्होंने ट्रम्प पर महाभियोग लगाने तक की बात कही थी। इसके बाद ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर मस्क को निशाने पर लिया। उन्होंने लिखा- जब मैंने उनका ईवी मैंडेट (कानूनी आदेश) वापस लिया तो मस्क पागल हो गए। ट्रम्प ने मस्क की कंपनी को दी जाने वाली सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी थी। यहां पढ़ें पूरी खबर…

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