बाबा बैजनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले कांवड़ यात्रियों के लिए रामानुजगंज नगर में निःशुल्क रुकने और भोजन की व्यवस्था की गई है। यह सेवा नगर के वार्ड क्रमांक 13 स्थित मांगलिक भवन में शुरू की गई, जिसका शुभारंभ विधिवत पूजा-पाठ और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। कार्यक्रम में कांवड़िया सेवा समिति के प्रमुख एवं नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। शुभारंभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के पेंड्रा और कोटा से आए कांवड़ यात्रियों का पहला जत्था पहुंचा। यात्रियों ने यहां की साफ-सफाई, रहने और भोजन की उत्तम व्यवस्था की जमकर सराहना की। गौरतलब है कि श्रावण मास शुक्रवार से शुरू हो रहा है और उससे पहले ही बाबा बैजनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं का सिलसिला शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के हजारों कांवड़ यात्री हर साल इसी मार्ग से झारखंड के देवघर स्थित बाबा धाम पहुंचते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पिछले कुछ वर्षों से रमन अग्रवाल के मार्गदर्शन में कांवड़िया सेवा समिति के माध्यम से निःशुल्क सेवा की परंपरा चलाई जा रही है। 24 घंटे खुलेगा सेवा केंद्र मांगलिक भवन को यात्रियों की सुविधा के अनुसार साफ-सुथरा और पूरी तरह व्यवस्थित किया गया है। श्रावण मास के पूरे महीने यह केंद्र 24 घंटे श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। भोजन सेवा का शुभारंभ मंगलवार देर शाम पुजारी विनय पांडे ने पूजा-पाठ के साथ किया। कैसे पहुंचे मांगलिक भवन? रामानुजगंज, अंबिकापुर से लगभग 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मुख्य मार्ग में अग्रसेन चौक से 500 मीटर आगे स्थित मांगलिक भवन तक पहुंचने का रास्ता सीधा है। कांवड़िया सेवा समिति ने मार्ग में संकेतक भी लगा दिए हैं ताकि बाहर से आने वाले यात्री आसानी से पहुंच सकें। सेवा में जुटा पूरा नगर नगरवासी पूरी श्रद्धा से इस सेवा में सहभागी बनते हैं। प्रतिदिन अलग-अलग सेवा समूह सुबह से रात तक भोजन और अन्य व्यवस्थाओं में जुटे रहते हैं। यहां तक कि मध्य रात्रि में भी श्रद्धालुओं की सेवा में कोई कमी नहीं आने दी जाती। एक साथ 300 से अधिक यात्री रुक सकते हैं मांगलिक भवन में प्रर्याप्त पार्किंग, 10 बड़े कमरे और एक बड़ा हॉल है, जहां एक समय में 300 से अधिक कांवड़ यात्री एक साथ ठहर सकते हैं। सभी सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जा रही हैं।
