पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से तनाव के बीच बुधवार (7 मई) को देश के 244 इलाकों में युद्ध के दौरान बचाव के तरीकों की मॉक ड्रिल होगी। गृह मंत्रालय ने इन इलाकों को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर लिस्ट किया है। ये सामान्य प्रशासनिक जिलों से अलग हैं। सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स को उनकी संवेदनशीलता के आधार पर 3 कैटेगरी में बांटा गया है। कैटगरी-1 सबसे संवेदनशील और कैटेगरी-3 कम सेंसेटिव है। गृह मंत्रालय ने 5 मई को सभी राज्यों को मॉक ड्रिल कराने के आदेश जारी किए थे। दिल्ली में गृह मंत्रालय में आज हुई हाईलेवल मीटिंग में मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की गई। इसमें राज्यों के मुख्य सचिव और सिविल डिफेंस चीफ समेत कई हाई रैंक ऑफिसर मौजूद थे। मॉक ड्रिल के लिए गृह मंत्रालय का आदेश प्रशासनिक जिलों से अलग हैं सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट गृह मंत्रालय ने मंगलवार को मॉक ड्रिल वाले जिलों की लिस्ट जारी की। इनमें राज्यवार संवेदनशीलता के आधार पर जिलों को बांटा गया है। देश के 25 राज्यों के कुल 244 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट को कैटेगरी-1 से 3 के बीच रखा गया है। दरअसल, मिनस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स ने देश के कुल 35 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट बनाए हैं। जरूरी नहीं ये सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट सामान्य एडमिनिस्ट्रेटिव डिस्ट्रिक्ट हों। जैसे – उत्तर प्रदेश में कुल 19 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट बनाए गए हैं। इनमें कानपुर, लखनऊ, मथुरा जैसे एडमिनिस्ट्रेटिव जिले भी हैं, और बक्शी-का-तालाब, सरवासा जैसे इलाके हैं जो लखनऊ और सहारनपुर में हैं। यहां एयर फोर्स स्टेशन मौजूद है। 3 कैटेगरी में बंटे देश के कुल 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट कुल 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट को इनके इंपोर्टेंस या सेंसेटिविटी के आधार पर 3 कैटेगरी में बांटा गया है। कैटेगरी 1 में वो डिस्ट्रिक्ट हैं जो सबसे सेंसेटिव हैं। ऐसे कुल 13 डिस्ट्रिक्ट हैं। जैसे- उत्तर प्रदेश में केवल 1 डिस्ट्रिक्ट – बुलंदशहर कैटेगरी 1 में है क्योंकि यहां नरौरा न्यूक्लियर प्लांट मौजूद है। इसी तरह कैटेगरी 2 में 201 जबकि कैटेगरी 3 में 45 डिस्ट्रिक्ट हैं। गृह मंत्रालय की गाइडलाइन, मेडिकल किट और टॉर्च-कैश साथ रखें गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, नागरिकों को यह हिदायत भी दी जाएगी कि वे मेडिकल किट, राशन, टॉर्च और मोमबत्तियां अपने घरों पर रखें। इसके अलावा कैश भी साथ रखें, क्योंकि इमरजेंसी में मोबाइल और डिजिटल ट्रांजैक्शन फेल हो सकते हैं। मॉक ड्रिल वाले सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स की राज्यवार पूरी लिस्ट राज्यों में आज भी मॉक ड्रिल लखनऊ: सायरन बजते ही जमीन पर लेटे लोग
लखनऊ में पुलिस लाइंस में सायरन बजते ही लोग जमीन पर लेट गए और हाथों से अपने दोनों कान बंद कर लिए। गोली लगने या हमलों के दौरान क्या किया जाए, इसकी ट्रेनिंग भी सिविलियंस को दी गई। सिविलियंस को घायल होने पर अस्पताल ले जाने की भी ट्रेनिंग दी गई। हमले के दौरान आग लग जाए तो उसे कैसे बुझाया जाए, गोली लगने और विस्फोटों से घायलों को कैसे बचाया जाए। इसकी भी वॉलंटियरों को जानकारी दी गई। पूरी खबर पढ़ें… जैसलमेर-जोधपुर में बजाया सायरन; श्रीगंगानगर में ड्रोन उड़ाने पर रोक
जोधपुर, जैसलमेर समेत कई शहरों में मॉक ड्रिल के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जैसलमेर, जोधपुर,बीकानेर में हवाई हमले से अलर्ट करने वाले सायरन बजाकर देखे गए। श्रीगंगानगर में ड्रोन उड़ाने पर रोक लगा दी गई। सरहदी इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि ऐसी तैयारियां आखिरी बार साल 1971 में देखी गई थीं। पूरी खबर पढ़ें… बिहार के 6 जिलों में मॉक ड्रिल:कल शाम 7 बजे होगा ब्लैक आउट भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के बीच कल यानी 7 मई को देश में मॉक ड्रिल की जाएगी। बिहार में 6 जिलों में मॉक ड्रिल होगी। जिसमें पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, पटना, और बेगूसराय शामिल हैं। बुधवार शाम 7 बजे से लेकर 7.10 मिनट तक ब्लैक आउट रहेगा। इस दौरान बिजली काट दी जाएगी। प्रशासन ने पटना के लोगों से अपील की है कि बिजली कटने के बाद रोशनी का उपयोग न करें। पूरी खबर पढ़ें… ———————————————- ये खबरें भी पढ़ें… पाकिस्तान से तनाव के बीच केंद्र का बड़ा फैसला:7 मई को मॉक ड्रिल का आदेश, आखिरी बार 1971 में भारत-पाक जंग के दौरान हुआ था पाकिस्तान से तनाव के बीच केंद्र सरकार ने देश के 244 जिलों में 7 मई को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। देश में पिछली बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में हुई थी। तब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। यह मॉक ड्रिल युद्ध के दौरान हुई थी। पूरी खबर पढ़ें… खड़गे बोले- PM के पास हमले का इनपुट था:अपना दौरा रद्द किया, आम लोगों की फिक्र नहीं की रांची में मंगलवार को कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के 3 दिन पहले PM मोदी के पास इंटेलिजेंस का इनपुट था। इसलिए उन्होंने अपना कश्मीर दौरा रद्द कर दिया, लेकिन आम लोगों की सुरक्षा के लिए व्यवस्था नहीं की। 26 बेगुनाह लोग मारे गए और सरकार ने माना इंटेलिजेंस फैलियर है और उसको वे सुधारेंगे। अगर उन्हें यह पता है, तो उन्होंने अच्छी व्यवस्था क्यों नहीं की। पूरी खबर पढ़ें…
