अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक इलॉन मस्क को लेकर नाराजगी जताई। मस्क ने हाल ही में पहले ट्रम्प के टैक्स और खर्च बिल की आलोचना की थी। इस पर ट्रम्प ने पत्रकारों से कहा- मस्क को टैक्स और खर्च बिल की पूरी जानकारी थी, शायद यहां बैठे किसी भी इंसान से ज्यादा। तब उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन अचानक उन्हें तब दिक्कत हुई, जब पता चला कि हमें इलेक्ट्रिक वाहन (EV) खरीदने के मैंडेट (कानूनी आदेश) में कटौती करनी होगी, क्योंकि इसमें अरबों डॉलर का खर्च है। मैं उनकी बात समझ सकता हूं, लेकिन उन्हें बिल की हर बात पता थी। फिर भी, अब वह इसका विरोध कर रहे हैं। मैं इलॉन से बहुत निराश हूं। मैंने उनकी बहुत मदद की है। ट्रम्प ने मस्क के साथ अपने रिश्तों को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा- मैं हमेशा से इलॉन को पसंद करता था। उन्होंने मेरे लिए बहुत अच्छी बातें कही हैं, लेकिन अब मुझे नहीं पता कि हमारे रिश्ते पहले जैसे रहेंगे या नहीं। उन्होंने आगे कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और वे चाहते हैं कि हम सब्सिडी के तौर पर अरबों डॉलर चुकाएं। मस्क ने ट्रम्प को एहसान फरामोश बताया ट्रम्प के आरोपों पर पलटवार करते हुए मस्क ने X पर लिखा- मेरे बिना ट्रम्प चुनाव हार जाते। डेमोक्रेट्स हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स पर कब्जा कर लेते और सीनेट में रिपब्लिकन 51-49 के अंतर से जीतते। यह एहसान फरामोशी है। एक अन्य ट्वीट में मस्क ने लिखा- सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों और सोलर एनर्जी की छूट तो कम कर दी, लेकिन तेल-गैस कंपनियों को मिल रही मदद को वैसे ही रहने दिया, जो कि बहुत गलत है। इसके साथ ही, इस बिल में बहुत फालतू खर्च जोड़े गए हैं जिन्हें हटाना चाहिए। इतिहास में ऐसा कोई कानून नहीं बना जो साइज में भी बड़ा हो और काम में भी अच्छा हो। मस्क ने ट्रम्प के टैक्स बिल की आलोचना की थी मस्क ने मंगलवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ‘टैक्स और खर्च’ बिल की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने इसे अपराध कहा था। मस्क का कहना था कि ये बिल सरकार के घाटे को बढ़ाएगा। उन्होंने X पर लिखा था- मुझे खेद है, लेकिन मैं इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह बेफिजूल और गैर जरूरी खर्चों से भरा बिल एक अपराध है। जिन्होंने इसके लिए वोट किया, उन्हें शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए। मस्क ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ के खिलाफ भी थे इससे पहले मस्क ने ट्रम्प के बिग ब्यूटीफुल का भी विरोध किया था। मस्क ने कहा था कि DOGE का मकसद खर्चों में कटौती करना है और यह बिल उसके खिलाफ है। इसके कुछ घंटे बाद ही मस्क ट्रम्प सरकार से अलग हो गए थे। ट्रम्प सरकार में उन्हें डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का जिम्मा दिया गया था। बिग ब्यूटीफुल बिल’ के 5 पॉइंट्स, जिससे मस्क नाराज मस्क और ट्रम्प के बीच पहले भी मतभेद रहे, ऐसे 5 मौके 1. मस्क नाराज, क्योंकि xAI को UAE में डेटा सेंटर का कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला OpenAI ने 22 मई को UAE में एक बड़ा AI डेटा सेंटर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट जीता था। मस्क की कंपनी xAI ने भी सौदे में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन वे नाकाम रहे। अपनी विरोधी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद मस्क ने ट्रम्प के सलाहकार डेविड सैक्स और बाकी अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे। 2. ट्रम्प की टीम नाराज, क्योंकि 100 मिलियन डॉलर का वादा किया, दिए नहीं मस्क ने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प के लिए 250 मिलियन डॉलर खर्च किए थे। उन्होंने 2026 के मिडटर्म इलेक्शन से पहले ट्रम्प की टीम को 100 मिलियन डॉलर देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक यह रकम नहीं दी गई, जिससे ट्रम्प के कई सहयोगी नाराज हैं। 3. मस्क को पेंटागन की सीक्रेट जानकारी देने की खबर से सरकार की किरकिरी न्यूयॉर्क टाइम्स ने 20 मार्च 2025 को अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि मस्क को पेंटागन में चीन के साथ संभावित जंग को लेकर 21 मार्च को एक टॉप सीक्रेट ब्रीफिंग दी जाने वाली है। यह ब्रीफिंग ‘द टैंक’ नाम के एक स्पेशल रूम में दी जाने वाली थी। यह खबर लीक होते ही ट्रम्प नाराज हो गए। उन्होंने इस खबर को फेक बताया। ट्रम्प ने कहा कि मस्क का चीन में कारोबार है। उन्हें किसी भी हाल में चीन से जुड़ी सीक्रेट जानकारी नहीं दी जाएगी। हालांकि मस्क 21 मार्च को पेंटागन गए, लेकिन वे ‘द टैंक’ रूम में न जाकर रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के ऑफिस गए। कहा गया कि इस बैठक में चीन पर कोई चर्चा नहीं हुई, बल्कि DOGE को लेकर प्लान बने। इसके बाद पेंटागन ने मस्क के द टैंक में होने वाली ब्रीफिंग को लेकर जांच शुरू की। इसमें पेंटागन के अधिकारियों का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ। इसके बाद दो सीनियर अधिकारियों डैन काल्डवेल और डैरिन सेल्निक को पेंटागन से बाहर निकाल दिया गया। 4. कैबिनेट मीटिंग में मिनिस्टर रुबियो से भिड़े, ट्रम्प ने मंत्री का बचाव किया ट्रम्प की मौजूदगी में 8 मार्च की कैबिनेट मीटिंग में स्टाफ कटौती के मुद्दे पर मस्क और विदेश मंत्री मार्क रुबियो के बीच बहस हुई थी। मस्क ने विदेश मंत्री पर आरोप लगाया कि वे स्टाफ की संख्या में कटौती नहीं कर पाए हैं। रुबियो ने इससे इनकार किया। जब दोनों के बीच बहस तेज हो गई तो ट्रम्प ने रुबियो का बचाव किया और कहा कि वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। यह पहली बार था जब मस्क और किसी बड़े नेता का विवाद हुआ जिसमें ट्रम्प ने उनका साथ नहीं दिया। 5. कतर दौरे पर मस्क को आम मेहमानों की तरह लाइन में खड़ा होना पड़ा ट्रम्प जब दूसरी बार ऑफिस में आए तो उन्होंने मस्क को बेहिसाब ताकत दी। उनकी पहुंच हर विभाग में थी। ट्रम्प जब व्हाइट हाउस में किसी विदेशी नेता से मिलते थे तो मस्क एक सलाहकार की तरह उनके साथ रहते थे। मस्क के कहने पर ट्रम्प ने सरकारी दफ्तरों में कई सख्त नीतियां लागू कीं। जैसे सरकारी कर्मचारियों को हर हफ्ते अपनी टॉप 5 उपलब्धियां बताने का नियम (जो बाद में रक्षा विभाग ने हटा दिया)। कुछ समय बाद में दोनों के संबंधों में गिरावट आने लगी। मस्क 14 मई को कतर दौरे पर ट्रम्प के साथ गए थे। वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक मस्क को यहां पर एक रिसेप्शन के दौरान आम मेहमानों की तरह लाइन में खड़ा होना पड़ा था। ट्रम्प सरकार में मस्क के 4 फैसले, जिनका विरोध हुआ
