जनवरी से मार्च 2025 तक ICICI बैंक ने कुल ₹49,691 करोड़ की कमाई की। इस कमाई में से कर्मचारियों की सैलरी, बिजली बिल, डिपॉजिट जैसे मद में खर्च करने के बाद बैंक के पास 12,630 करोड़ रुपए मुनाफे के रूप में बचा। पिछले साल के जनवरी-मार्च तिमाही के मुकाबले ICICI बैंक का मुनाफा इस बार 18% ज्यादा रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में बैंक ने 43,597 करोड़ रुपए की कमाई की थी। तब इसका मुनाफा ₹10,708 करोड़ रहा था। बैंक ने इस बार बेहतर काम किया। नतीजों में आम आदमी के लिए क्या? बैंक ने अपने शेयरधारकों के लिए प्रति शेयर 11 रुपए डिविडेंड यानी लाभांश देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा अपने शेयरधारकों को देती हैं, इसे डिविडेंड या लाभांश कहा जाता है। नॉन परफॉर्मिंग एसेट या NPA क्या है? जब कोई व्यक्ति या संस्था किसी बैंक से लोन लेकर उसे वापस नहीं करती, तो उसे बैड लोन या नॉन परफॉर्मिंग एसेट या NPA कहा जाता है। यानी इन लोन्स की रिकवरी की उम्मीद काफी कम होती है। नतीजतन बैंकों का पैसा डूब जाता है और बैंक घाटे में चला जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों के मुताबिक अगर किसी बैंक लोन की किस्त 90 दिनों तक यानी तीन महीने तक नहीं चुकाई जाती है, तो उस लोन को NPA घोषित कर दिया जाता है। अन्य वित्तीय संस्थाओं के मामले में यह सीमा 120 दिन की होती है। बुक को क्लियर करने के लिए बैंकों को ऐसा करना होता है। बीते एक साल में शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा? ICICI बैंक ने शनिवार, 19 अप्रैल को तिमाही नतीजे जारी किए, इस दिन शेयर बाजार बंद है। इससे पहले 17 अप्रैल को बैंक का शेयर 3.73% चढ़कर 1,407 रुपए पर बंद हुआ। ICICI का शेयर बीते एक महीने में 7.15%, 6 महीने में 11.75% और एक साल में 31.83% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। बैंक का शेयर इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 9.61%चढ़ा है।
