छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने आज सभी जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के कुछ जिलों में भारी बारिश होगी है, जबकि अन्य क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मानसून एक्टिव होते ही लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बस्तर से मानसून एक्टिव हुआ तो 18-19 जून तक यह रायपुर समेत मध्य जिलों में पूरी तरह सक्रिय हो सकता है। वहीं प्रदेशभर में रविवार को 39 °C के साथ राजनांदगांव सबसे गर्म रहा। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान 24.6°C दुर्ग में दर्ज किया गया। रविवार शाम से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। रायपुर के अलावा दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, भिलाई, बिलासपुर, पेंड्रारोड और अंबिकापुर समेत कई जगहों पर भी तेज बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि आज से बारिश की रफ्तार बढ़ जाएगी। मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने आज प्रदेश के सभी जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। गरियाबंद, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, कोरबा, रायगढ़, सक्ती, जांजगीर में भारी बारिश का अलर्ट है, जबकि अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। इन जिलों में हुई बारिश पिछले 24 घंटे में दंतेवाड़ा में 50 मिली मीटर, बिलासपुर, कोंडागांव में 30 मिली मीटर,अमलीपदर, धरसींवा में 20 मिली मीटर, कुंडा, बंगला देवरी, सरायपाली, बोड़ला में 10 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। जून में अब तक सामान्य से कम बारिश अब तक की बात करें तो जून में 33 में से 27 जिले (लगभग 82%) में बारिश सामान्य से कम रही है। सिर्फ 6 जिलों में बारिश सामान्य या उससे अधिक रही है। पूरे राज्य में औसतन 51% वर्षा की कमी है, जो सामान्य से कम मानी जाती है। इस समय मानसून की स्थिति कमजोर है। स्थिति यही रही, तो खरीफ फसलों पर असर पड़ सकता है। जून का रहा है यही ट्रेंड हालांकि मौसम विभाग की माने तो जून का ट्रेंड यही रहा है। शुरूआती 10 से 12 दिन गर्मी बढ़ती है। इसके बाद बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में बनने वाले लो प्रेशर एरिया या चक्रवातों के चलते मानसून सक्रिय हो जाता है। इस बार भी ऐसा ही होने की उम्मीद है। ओवर ऑल बात करें तो जून में अब तक 51% कम बारिश हुई है। पिछले साल के मुकाबले स्थित बेहतर हालांकि इस बार की स्थित पिछले साल के मुकाबले बेहतर है। साल 2024 में जून का अधिकतम तापमान 45.7°C था, जो 1 जून को दर्ज किया गया था। जबकि इस साल अधिकतम तापमान अब तक 42 से 43°C के आस-पास ही रहा है। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.5°C 19 जून को रिकॉर्ड किया गया था। पिछले साल जून में पूरे महीने के औसत तापमान की बात करें तो 38.6°C रहा था। वहीं न्यूनतम औसतन तापमान 27.7°C दर्ज किया गया था। मई में 374 फीसदी ज्यादा बारिश हुई थी पिछले माह लगातार बने सिस्टम और करीब 14 दिन पहले आए मानसून ने पूरे छत्तीसगढ़ में मई महीने में जमकर बारिश कराई। इस दौरान औसत से 373 फीसदी ज्यादा पानी गिर गया। इसके बाद से मानसून पिछले करीब 12 दिनों से ठहरा है। यह आगे ही नहीं बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ में 22 मई से 28 मई के बीच 53.51 मिलीमीटर औसत बारिश हो चुकी है। प्रदेश में मानसून में औसतन 1200 मिलीमीटर पानी बरसता है। पिछले साल 1276.3 MM पानी गिरा था। गरज-चमक, बिजली और ओले गिरने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान लंबा रह सकता है मानसून मानसून के केरल पहुंचने की सामान्य तारीख 1 जून है। इस साल 8 दिन पहले यानी 24 मई को ही केरल पहुंच गया। मानसून के लौटने की सामान्य तारीख 15 अक्टूबर है। अगर इस साल अपने नियम समय पर ही लौटता है तो मानसून की अवधि 145 दिन रहेगी।
