अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में 8,770 करोड़ रुपए की कुल कमाई की है। यह पिछले साल के मुकाबले 21.81% ज्यादा है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 7,200 करोड़ रुपए की कमाई की थी। कुल कमाई में से कर्मचारियों की सैलरी, टैक्स, कच्चे माल की कीमत जैसे खर्चें निकाल दें तो कंपनी के पास 3,014 करोड़ रुपए शुद्ध मुनाफे (कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) के रूप में बचे। सालाना आधार (2024 के जनवरी-मार्च) पर 47.74% ज्यादा रहा। वहीं, पिछली तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर के मुकाबले यह 20% बढ़ा है। रेवेन्यू 6.58% बढ़कर ₹8,488 करोड़ रहा चौथी तिमाही में अडाणी पोर्ट्स ने अपने संचालन और प्रोडक्ट-सर्विस बेचकर 8,488करोड़ रुपए का राजस्व यानी रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर यह 6.58% बढ़ा है। जनवरी-मार्च 2024 में कंपनी ने 7,964 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। तिमाही नतीजों में निवेशकों के लिए क्या? चौथी तिमाही में नतीजों के साथ अडाणी पोर्ट्स एंड सेज ने अपने हर शेयरधारक को प्रति शेयर 7 रुपए डिविडेंड यानी लाभांश देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने मुनाफे के कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स को भी देती हैं, जिसे लाभांश कहा जाता है। कंपनी ने कहा है कि मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2026 में कामकाजी मुनाफा (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) 21,000 से 22,000 करोड़ रुपए के बीच रह सकती है। मौजूदा वित्त वर्ष में यह 11,000 करोड़ रुपए से ज्यादा है। कार्गो वॉल्यूम में बढ़ोतरी वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कार्गो वॉल्यूम 8% बढ़कर 118 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) हो गया। वहीं, ऑपरेशनल परफॉरमेंस में कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 24% की वार्षिक वृद्धि के साथ रिकॉर्ड 420 MMT कार्गो हैंडल किया। एक साल में 10% गिरा अडाणी पोर्ट्स का शेयर अडाणी पोर्ट्स एंड सेज ने आज यानी 1 मई को चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। आज शेयर बाजार बंद है। इससे पहले कल यानी 30 अप्रैल को अडाणी पोर्ट्स का शेयर 1216 रुपए के स्तर पर फ्लैट बंद हुआ था। कंपनी का शेयर एक महीने में 3.49% चढ़ा है। लेकिन, 6 महीने में 9.89%, एक साल में 9.19% और इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 0.24% गिरा है। कंपनी का मार्केट कैप 2.63 लाख करोड़ रुपए है। देश का सबसे बड़ा पोर्ट्स ऑपरेटर है अडाणी पोर्ट्स अडाणी पोर्ट्स भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट पोर्ट्स ऑपरेटर और एंड-टु-एंड लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर है। इसके 13 पोर्ट्स और टर्मिनल देश की पोर्ट्स कैपेसिटी का करीब 24% का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसकी कैपेसिटी 580 MMTPA से ज्यादा है। पहले इसका नाम गुजरात अडाणी पोर्ट्स लिमिटेड था। गौतम अडाणी ने 1998 में स्थापित की थी कंपनी अडाणी पोर्ट्स्स के फाउंडर और चेयरमैन गौतम अडाणी हैं। उन्होंने 1998 में इस कंपनी को स्थापित किया था। गौतण अडाणी के बेटे करण अडाणी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO अश्वनी गुप्ता हैं। कंपनी में 1900 से ज्यादा एम्प्लॉइज काम करते हैं। अडाणी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड, अडाणी पोर्ट्स्स की सब्सिडियरी है। ——————— अडाणी ग्रुप की कंपनी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अडाणी पावर की कमाई बढ़ी, मुनाफा घटा: चौथी तिमाही में अडाणी पावर का रेवेन्यू 14,237 करोड़, मुनाफा 4% गिरकर 2,637 करोड़ रहा अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी पावर लिमिटेड की चौथी तिमाही में टोटल इनकम 14,536 करोड़ रुपए रही। ये पिछले साल की तुलना में 4.7% ज्यादा है। कंपनी की इस कमाई में ऑपरेशन से रेवेन्यू 14,237 करोड़ रुपए रहा। वहीं जनवरी से मार्च तिमाही में कंपनी का टोटल खर्च 11,274 करोड़ रुपए और टोटल टैक्स 662 करोड़ रुपए रहा। टोटल इनकम में से खर्च, टैक्स और अन्य खर्चे घटा दें, तो कंपनी को चौथी तिमाही में 2,637 करोड़ रुपए का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ। ये पिछले साल की तुलना में 4% घटा है। अडाणी पावर ने बुधवार (30 अप्रैल) को जनवरी-मार्च तिमाही (Q4FY25, चौथी तिमाही) के नतीजे जारी किए हैं। पूरी खबर पढ़ें…
