कर्रेगुट्टा में 2000 नक्सलियों से अकेले लड़ रहा छ्त्तीसगढ़:बैकफुट पर तेलंगाना, यहां नक्सलियों के समर्थन में युद्धविराम की बात कर रहे बड़े नेता

नक्सलियों के खिलाफ चल रहे सबसे बड़े ऑपरेशन को छत्तीसगढ़ की फोर्स अकेले ही हैंडल कर रही है। हालांकि केंद्र से CRPF का सपोर्ट है लेकिन तेलंगाना अब इस पर बैकफुट पर दिख रही है। तेलंगाना में अब बड़े नेता शांति वार्ता के पक्ष में खुलकर बोल रहे हैं। अब तक कयास लगाए जा रहे थे कि छत्तीसगढ़ के अलावा तेलंगाना और महाराष्ट्र से भी फोर्स कर्रेगुट्टा के पहाड़ को घेर रही है। ये ऑपरेशन करीब 7 दिन से चल रहा है। अब ये बात सामने आई है कि, इसमें सिर्फ छत्तीसगढ़ की ही फोर्स है। छत्तीसगढ़ में बस्तर के IG सुंदरराज पी ने इस नक्सल ऑपरेशन को निर्णायक जंग बताया था। अब आपको बताते हैं तेलंगाना में इसे लेकर कैसा माहौल है और राजनेताओं का क्या रुख है? तेलंगाना में राजनीति शुरू नक्सल ऑपरेशन को लेकर तेलंगाना में राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व CM के. चंद्रशेखर राव ने इस ऑपरेशन को गलत ठहराया है। उन्होंने केंद्र से माओवादियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन कगार’ को रोकने का आग्रह किया है। वारंगल की एक सभा में कहा- तेलंगाना स्टेट गवर्नमेंट भी एक्शन मोड पर नहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद का खात्मा करने संकल्प लिया है। छत्तीसगढ़ में भी BJP की सरकार है। जबकि तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है। यहां विपक्ष में भी लोकल पार्टी BRS है। यही वजह है कि नक्सल ऑपरेशन को लेकर तेलंगाना स्टेट गवर्नमेंट एक्शन मोड पर नहीं है। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि, इस इलाके को घेरने के लिए तेलंगाना की लोकल पुलिस को एक्टिव ही नहीं किया गया है। जबकि जहां नक्सल ऑपरेशन चल रहा है वहां का लगभग 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा तेलंगाना में ही है। शांतिवार्ता समिति ने CM से की मुलाकात छत्तीसगढ़ की फोर्स ने नक्सलियों के टॉप कैडर्स को पिछले 8 दिनों से घेर रखा है। जवान लगातार पहाड़ की चढ़ाई चढ़ रहे हैं। बड़े कैडर्स फंस चुके हैं। वहीं तेलंगाना में शांति वार्ता समिति के दुर्गा प्रसाद, प्रोफेसर हरगोपाल, प्रोफेसर अनवर खान और संयोजक न्यायमूर्ति चंद्रकुमार समेत अन्य सदस्यों ने तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी से बातचीत की है। इसमें शांति वार्ता के लिए पहल करने और ऑपरेशन रुकवाने पर जोर दिया है। समिति के सदस्यों ने इस बैठक में मुख्यमंत्री से कर्रेगुट्टा में युद्ध विराम के लिए केंद्र पर दबाव डालने को कहा है। रेड्डी ने भी आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए जना रेड्डी से मिलेंगे। CM रेड्डी ने वरिष्ठ नेता से इस मुद्दे पर बात की इसी मुद्दे पर सोमवार को वे वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. जना रेड्डी के आवास पर गए और उनके साथ करीब आधे घंटे इस मुद्दे पर चर्चा की। इस दौरान सरकार के सलाहकार के केशव राव भी साथ थे। के. चंद्रशेखर की बेटी ने कहा- युद्धविराम घोषित करे सरकार तेलंगाना के पूर्व CM के. चंद्रशेखर राव की बेटी जो तेलंगाना के निजामाबाद से MLC सदस्य हैं उन्होंने भी शांतिवार्ता का समर्थन किया। तेलंगाना पुलिस बोली- ऑपरेशन में नहीं हैं हम महाराष्ट्र पुलिस बोली- नहीं मिला कोई निर्देश वहीं हमने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली ASP यतीश देशमुख से भी बात की। उन्होंने भी कहा कि, यह ऑपरेशन सिर्फ छत्तीसगढ़ पुलिस का ही चल रहा है। इसमें महाराष्ट्र पुलिस की भी कोई भूमिका नहीं है। हमारे C-60 कमांडोज ऑपरेशन पर नहीं गए हैं। इस ऑपरेशन को लेकर हमें अब तक ऊपर से किसी भी तरफ के कोई निर्देश नहीं मिले हैं। अब तक 10 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर जब दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड पर पहुंची तो पता चला कि गोलीबारी में 5 और नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। सुरक्षाबलों के ड्रोन में शवों की तस्वीर भी कैद हुई है। हालांकि उनके शव पुलिस ने बरामद नहीं किए हैं। इससे एक दिन पहले 6 नक्सलियों के मारे जाने की खबर थी, जिनमें 8-8 लाख की 3 महिला नक्सलियों के शव फोर्स ने बरामद कर लिए हैं। वहीं IED ब्लास्ट की चपेट में आने से एक जवान जख्मी है। 20 से ज्यादा जवान लू लगने से बीमार हो गए हैं। CG में डेढ़ साल में बदल गए हालत छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा भी छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के खात्मे के लिए लगातार नीतियां बना रहे हैं। हर एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को दे रहे हैं। वहीं पिछले करीब डेढ़ साल में बस्तर में ही 350 से ज्यादा नक्सलियों का एनकाउंटर कर दिया गया है। अब बड़े नक्सली लीडरों को घेरा जा रहा है। ………………………………. इस ऑपरेशन से जुड़ी और खबर… ग्राउंड रिपोर्ट- ‘ब्लैक फॉरेस्ट’ में LIVE एनकाउंटर के बीच पहुंचा दैनिक भास्कर:आधे घंटे तक फायरिंग हुई, गांव वाले बोले- 20 मिनट में 50 IED ब्लास्ट हुए नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़े ऑपरेशन के चौथे दिन दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची। ये इलाका छत्तीसगढ़ और तेलंगाना इन 2 राज्यों का एक तरह से सेंटर पॉइंट हैं। यहां से महाराष्ट्र की सीमा भी लगती है। चारों तरफ घना जंगल, बीच में कस्तूरीपाड़ गांव, एक किनारे कर्रेगुट्टा की पहाड़ी और इसी पहाड़ी पर चल रही है नक्सलियों के खिलाफ फाइनल फाइट, या यूं कहें कि 10 हजार जवान पहाड़ी पर फतेह करने की तैयारी कर रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर..

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