भारत ने बुधवार की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) के आतंकी ठिकानों पर हमला किया है। ये वे ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। इस ऑपरेशन के तहत कुल 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया है। हालांकि, पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। ये जानकारी इंडियन आर्मी ने दी है। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। इसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। इसमें एक नेपाल का टूरिस्ट भी शामिल था। आतंकियों ने पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मारी थी। पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी पहले द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, हालांकि बाद में इससे मुकर गया था। पहलगाम हमला मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है। NIA ने मामले में 27 अप्रैल को जम्मू में केस दर्ज किया था। 23 अप्रैल को भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया था कि पाकिस्तानी नागरिकों के 14 कैटेगरी के वीजा रद्द कर दिए गए हैं। SAARC वीजा होल्डर्स को 26 अप्रैल तक भारत छोड़ना था। मेडिकल वीजाधारकों को 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने के आदेश दिए थे। बाकी 12 कैटेगरी के वीजाधारकों को 27 अप्रैल तक का वक्त दिया गया था। चश्मदीद से जानिए, 22 अप्रैल को क्या हुआ था… आतंकी हमले में महाराष्ट्र के संतोष जगदाले भी मारे गए थे। जगदाले अपनी पत्नी और बेटी के साथ पहलगाम घूमने गए थे। साथ में एक महिला रिश्तेदार भी थी। आतंकियों ने तीनों महिलाओं को छोड़ दिया। जगदाले की बेटी असावरी ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया था- हम पांच लोगों का ग्रुप था। इसमें मेरे माता-पिता भी शामिल थे। हम पहलगाम के पास बैसरन घाटी में थे, तभी गोलीबारी की आवाज सुनी। देखा कि पुलिस के कपड़े पहने कुछ लोग गोलियां चला रहे हैं। असावरी ने कहा, ‘हम सभी पास के एक टेंट में छिप गए। 6-7 अन्य लोग भी आ गए। हम सभी गोलीबारी से बचने के लिए जमीन पर लेट गए, पहले लगा कि यह आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच कोई मुठभेड़ है। तभी एक आतंकी हमारे टेंट में आ गया। उसने मेरे पिताजी को बाहर आने के लिए कहा। साथ ही पीएम मोदी के लिए कुछ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया। फिर उन्होंने मेरे पिता से एक इस्लामी आयत (शायद कलमा) पढ़ने को कहा। जब वे नहीं पढ़ पाए तो उन्हें तीन गोलियां मार दीं, एक सिर पर, एक कान के पीछे और एक पीठ में। मेरे चाचा मेरे बगल में थे। आतंकवादियों ने उन्हें चार से पांच गोलियां मारीं।’ हमले के बाद भारत सरकार का एक्शन पहलगाम में पुलवामा के बाद सबसे बड़ा हमला
जम्मू-कश्मीर में 2019 के पुलवामा अटैक के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने 22 अप्रैल को पर्यटकों पर फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। ये टूरिस्ट मध्य प्रदेश, यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के थे। 2 स्थानीय नागरिक भी थे। यूपी से आए शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताया था कि आतंकियों ने नाम पूछा, फिर उसके सिर में गोली मार दी। शुभम की दो महीने पहले ही शादी हुई थी। वे हनीमून पर यहां आए थे। ————————————————– पहलगाम हमले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… भारत ने 65 साल पुराना सिंधु जल समझौता रोका:पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द, अटारी बॉर्डर बंद; भारत के 5 बड़े फैसलों के मायने पहलगाम हमले के दूसरे दिन (23 अप्रैल) भारत ने इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार माना। PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 5 बड़े फैसले लिए। इसमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रोक दिया गया। अटारी चेक पोस्ट भी बंद कर दी गई। पूरी खबर पढ़ें… पाकिस्तानी मंत्री बोले- भारत कभी भी हमला कर सकता है:सेना ने जानकारी दी; पहलगाम हमले के दो और VIDEO सामने आए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से आसिफ ने कहा कि हमने अपनी सेना को मजबूत कर लिया है, क्योंकि अब हमला कभी भी हो सकता है। पूरी खबर पढ़ें… शादी के 7वें दिन आतंकियों ने पति को गोली मारी:यूरोप वीजा न मिला तो पहलगाम गए थे; हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की कहानी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने जिन टूरिस्ट की हत्या की, उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे। वह 3 साल पहले ही नेवी में भर्ती हुए थे। हमले से 7 दिन पहले ही मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थी। इसके बाद वह पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने के लिए पहलगाम गए थे। पूरी खबर पढ़ें…
