पहलगाम में आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड यानी NSAB के पुनर्गठन का फैसला लिया। पूर्व RAW यानी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के चीफ रह चुके आलोक जोशी को NSAB का चेयरमैन बनाया गया है। JNU से पढ़ें हैं आलोक जोशी आलोक जोशी लखनऊ के रहने वाले हैं और उन्होंने दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद उन्होंने 1976 में इंडियन पुलिस सर्विस के हरियाणा कैडर को जॉइन किया। साल 2005 में आलोक जोशी इंटेलिजेंस ब्यूरो के जॉइंट डायरेक्टर बनाए गए। 2010 में उन्हें रॉ का स्पेशल सेक्रेटरी बनाया गया। 1977 त्रिपुरा कैडर के IPS अमिताभ माथुर और आलोक जोशी के बीच रॉ का चीफ बनने को लेकर कॉम्पीटिशन था। दोनों ही इस पद के लिए कोशिश कर रहे थे और दोनों इसके लिए क्वालिफाइड भी थे। प्रधानमंत्री की अपॉइंटमेंट्स कमेटी ऑफ द कैबिनेट (इंडिया) ने माथुर को नहीं बल्कि आलोक जोशी को ही रॉ का चीफ चुना। 1998 में हुआ था NSAB का गठन दिसंबर 1998 में NSAB का गठन हुआ था। NSAB यानी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड एक खास समूह है जिसमें सरकार के बाहर के लोगों को शामिल किया जाता है। इसका काम राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को विश्लेषण देना, परिषद के मुद्दों के लिए समाधान और पॉलिसी सुझाना है। ऐसी ही और खबर पढ़ें… 1. फोक सिंगर नेहा राठौड़ पर FIR:कोरोना काल में ‘बिहार में का बा’ गाकर फेमस हुईं; जानें कंम्प्लीट प्रोफाइल कोविड महामारी के दौरान ‘बिहार में का बा’ गाने से मशहूर होने वाली भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ के खिलाफ देशद्रोह के मामले में केस दर्ज किया गया है। पूरी खबर पढ़ें…
