सुकमा में नक्सल IED ब्लास्ट में शहीद आकाश राव गिरिपुंजे रायपुर के रहने वाले थे। वह सुकमा में एडिशनल एसपी के पद पर पदस्थ थे। रायपुर के कुशालपुर इलाके में उनका पूरा परिवार रहता है। उनके माता-पिता पत्नी दो छोटे बच्चे यहीं रहते थे। आज यानी मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बुधवार को शहीद ASP की 6 साल की बेटी नव्या का जन्मदिन है। पूरा परिवार इस जन्मदिन को सेलिब्रेट करने की तैयारी में लगा हुआ था। आकाश भी सुकमा से बेटी के जन्मदिन में आने वाले थे मगर अब सब कुछ बदल चुका है। जिस घर में बर्थडे कहां मनेगा, केक का डिजाइन क्या होगा, गेस्ट कौन होगा, खाने का मैन्यू क्या होगा, कौन किस गाने पर डांस करेगा.. यह बातें हो रही थी अब वहां सिर्फ रोने की आवाजें सुनाई दे रही हैं। माता-पिता को बेटे के खोने का दुख है, पत्नी ने पति गंवा दिया, शहीद के छोटे बच्चों को गुमसुम चुपचाप देखना सभी के लिए दर्द से भरा है। शहीद ASP का 7 साल का बेटा सिद्धांत और 6 साल की बेटी नव्या है। पिछले 20 मई को बेटे सिद्धांत का बर्थडे था। आकाश अपने सभी साथी कर्मचारियों को कह चुके थे कि सभी को 11 जून को बेटी के बर्थडे में आना है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जब उनके परिवार से सोमवार को मिले तो उन्होंने अपनी गोद में शहीद की बेटी और बेटे को लिया, उनसे बातें करते रहे। तिरंगा अनमोल होता है बेटा…
जैसे ही आकाश की देह उनके निवास स्थान में लाई गई, शहीद के पिता गोविंद राव रोते हुए बेटे से बातें करने लगे। वो बोले- बेटा आज तूने तिरंगा पहना है, यह सबसे अनमोल है, यह सबको नसीब नहीं होता। जब तू छोटा था तब मैंने तुझसे कहा था देश की सेवा करना बड़े होकर… मगर तू मुझे आधे सफर में छोड़कर चला गया, तूने कहा था 9 तारीख को आऊंगा अब ऐसे आया है.. मैं क्या करूं… यह कहकर वह फफ़ककर रोने लगे, परिजन उन्हें शांत करवाते रहे। SP बनकर आना था वो तिरंगे में लिपटा आया
आकाश राव के चाचा बसंत राव ने बताया- मैंने उसे गोद में खिलाया है, वो अनपढ़ पिता का पढ़ा लिखा होनहार बच्चा था । आकाश का एक भाई डॉक्टर है और वह पुलिस अधिकारी बना । वह एडिशनल एसपी था, हम सब उसे कहते थे कि अबकी बार जब रायपुर आना तो SP बनकर आना वह आया मगर तिरंगे में लिपटा हुआ। उसका करियर बेदाग रहा उसने हर मोर्चे पर बहादुरी से काम किया इसी वजह से उसे वीरता पदक भी मिला था। मगर कायर नक्सलियों ने हमारे भतीजे को छीन लिया। इस ब्लास्ट में शहीद हुए आकाश राव
दरअसल, नक्सलियों ने कल यानी 10 जून को भारत बंद का आह्वान किया था। इससे पहले नक्सलियों ने दहशत फैलाने के लिए खदान में एक JCB में आग लगा दी थी। खबर के बाद एएसपी आकाश राव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे।
इस दौरान वह खदान में जली हुई JCB के पास गए। जैसे ही वह मशीन के पास पहुंचे। नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर दिया, जिसकी चपेट में तीनों पुलिस अधिकारी आ गए। घायल टीआई सोनल ग्वाला बिलासपुर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी हाउस वाइफ हैं। उनकी 2 जुड़वां बेटी भी हैं।
