अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया प्लेन हादसे की जांच रिपोर्ट को लेकर बढ़ती अटकलों और इंटरनेशनल मीडिया में चल रही खबरों को गलत बताया है। सिविल एविएशन मिनिस्टर राममोहन नायडू ने विदेशी मीडिया से भी संयम बरतने की अपील की है। साथ ही जल्दबाजी में किसी नतीजे पर न पहुंचने की सलाह दी है। उन्होंने औपचारिक जांच प्रक्रिया का सम्मान करने और फाइनल जांच रिपोर्ट जारी होने तक कोई टिप्पणी न करने की बात कही है। अहमदाबाद प्लेन हादसे में 260 लोगों की जान चली गई थी। नायडू की यह टिप्पणी विदेशी मीडिया की उन रिपोर्टों के बीच आई है, जिनमें कहा गया है कि इस हादसे की वजह पायलट की एक गलती थी। दरअसल, अमेरिकी मीडिया हाउस वॉल स्ट्रीट जनरल ने 17 जुलाई को पब्लिश एक रिपोर्ट में आशंका जताई कि विमान के पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल ने दोनों इंजनों में फ्यूल की सप्लाई रोकी थी। पहली बार देश में ही हुआ ब्लैक बॉक्स का डेटा डिकोड AAIB ने भारत में ही प्लेन के ब्लैक बॉक्स को डिकोड कर लिया है। ऐसा पहली बार हुआ है। नायडू बोले- “मुझे AAIB और उसके काम पर भरोसा है। पूरे ब्लैक बॉक्स को डिकोड करने और भारत में ही डेटा रिकवर करना एक बड़ी सफलता थी क्योंकि पिछली घटनाओं में, जब भी ब्लैक बॉक्स मिलता था, तो डेटा रिकवर करने के लिए हमेशा विदेश भेजा जाता था।” प्लेन के पिछले हिस्से में इलेक्ट्रिक सप्लाई की खराबी की खबरों के बारे में पूछे जाने पर नायडू ने धीरज रखने कहा। नायडू बोले- “जो कहा जा रहा है, हम उसके आधार पर आगे नहीं बढ़ सकते। हमें रिपोर्ट पर अड़े रहना होगा। रिपोर्ट जो भी कहेगी, वही फाइनल होगा। इसलिए, हमें AAIB को वह दायरा, समय और विश्वास देना होगा। इसकी बहुत जरूरत है।” जांच से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि विमान के एम्पेनेज या टेल असेंबली के मलबे से महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। हादसे के दौरान प्लेन का पिछला हिस्सा अलग हो गया और भीषण आग से बच गया, लेकिन शुरुआती जांच में बिजली की आग के संकेत मिले, जो कुछ खास पिछले हिस्सों तक ही सीमित थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन हिस्सों को फोरेंसिक जांच के लिए अहमदाबाद के एक सुविधा केंद्र में सुरक्षित रखा गया है। ‘टेकऑफ के बाद 9 सेकेंड तक सब ठीक था, आखिरी 4-5 सेकेंड की जांच अहम’ हादसे पर AAIB ने प्राइमरी रिपोर्ट तैयार की है। इसके जरिए हमने हादसे की टाइमलाइन को समझा। इससे पता चला कि विमान के टेकऑफ के बाद 9 सेकेंड तक सब ठीक था। विमान के इंजन अधिकतम 180 नॉट्स तक स्पीड ले चुके थे। इसके बाद दिक्कत शुरू हुई।
